Wednesday, 22 August 2012

kalabajari of a gas silender by marhera indane gas sewa (loose system of iocl officers)

इंडियन आॅयल कोर्पोरेशन के कर्मचारियों को  मारहरा  इंडेन गैस सेवा के खिलाफ करीब पचास के आसपास मेल व कई रजिस्ट्री करने  के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।  जिससे जनता में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। गैस एजेंसी में बढ़ती अनियमितताओं के कारण सभी उपभोक्ता परेशान है। गैस एजेंसी संचालिका ने एक ही गांव के करीब अस्सी प्रतिशत कनैक्शन बन्द कर दिए है। जिसको लेकर ग्रामीणों में खासा रोष भरा हुआ है और अधिकारियों को लिखित में शिकायत भी भेजी गई है लेकिन आज तक आई ओ  सी के किसी भी अधिकारी ने कोई सुनवाई नहीं की है। उन कनैक्शनों को  इसलिए बन्द किया गया है क्योंकि उन लोगों ने गैस एजेंसी द्वारा की जा रही कालाबाजारी की शिकायत आई ओ सी के आलाधिकारियों को की गई थी

tax evation by marhera indane gas sewa मारहरा इंडेन गैस सेवा ने की टैक्स चोरी

मारहरा इंडेन गैस सेवा की शिकायत करने के बाद भी आज तक कोई भी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई हैं। न तो कोई आईओसी की तरफ से कार्रवाई हुई और न ही प्रशासन ही इस मसले पर कुछ करना चाह रहा है। ऐसा लगता है जैसे आईओसी के अधिकारी स्वयं ये सब अनिमितताए करने की गैस एजेंसी संचालकों को छूट देते हैऔर दिखावे के लिए नियम कानून बनाए हुए हैं जिससे ग्राहक आश्वस्त रहें। लेकिन इस तरह की लापरवाही एक वल्र्ड ट्रेड कंपनी के अधिकारियों को शोभा नहीं देती। अधिकारियों को चाहिए कि सर्वप्रथम उसके लिए उपभोक्ता की जरूरतें सर्वमान्य होनी चाहिए ्िरजससे इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की छवि लोगों के मस्तिष्क में खराब न हो । इस तरह के निराशाजनक परिणामों से दुष्परिणाम सामने आने लगे हैं। अब मारहरा इंडेन गैस सेवा की सांचालिका की दादागीरी ने हद पार कर रही है। एक ही गांव के अस्सी प्रतिशत कनेक्शनों को महज इसलिए बंद कर दिया क्योंकि उस गांव के लोगों ने गांव में सेल्स ऑफीसर को लिखित में शिकायत की थी। जिसके पश्चात सेल्स ऑफीसर विशाल गर्ग ने गैस एजेंसी के संचालिको के खिलाफ कोई कार्रवाई न कर उन सभी कनैक्शनों को बंद करवा दिया । मारहरा इंडेन की संचालिका ने अधिकांश उपभोक्ताओं  को गैस कनैक्शन का कोई प्रमाण पत्र भी नहीं दिया है। साथ ही मारहरा इंडेन गैस सेवा में नए कनैक्शनों के साथ जबरन गैस चूल्हा दिया जा रहा है जिसकी उपभोक्ताओं को रसीद नहीं दी जा रही है। करीब दो सौ से भी ज्यादा गैस चूल्हे टैक्स चोरी करके बेचे जा रहे हैं। अब विचारे ग्र्राहक शिकायत करें भी तो किससे क्योंकि उनकी कोई सुनने वाला नहीं हैं।
अगर आपको अपने कर्तव्यों का जरा भी खयाल है तो मारहरा इंडेन गैस सेवा की जांच करें और उपभोक्ताओं के साथ न्याय करें।
किसी भी जानकारी के लिए हम आपके सहयोग के लिए तत्पर हैं।
कृपया सूचनार्थ पर ध्यान दें और जनहित के कार्य में सहयोग करें, आपका छोटा सा सहयोग हजारों उपभोक्ताओं को खुशी दे सकता है

Tuesday, 7 August 2012

marehra indane gas sewa is full of irregularity मारहरा इंडेन गैस सेवा

सेल्स ऑफीसर की मिली भगत से मारहरा इंडेन गैस सेवा पर गोरखधंधा चल रहा है। ग्राहको व मीडियां द्वारा किए गए खुलासे के बाद २५ जुलाई को की गई जांच के बाद सेल्स ऑफीसर ने आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की हैं। दो हजार फर्जी कनैक्शनों की लिस्ट में से भेजे गए कुछ कनैक्शनों को कार्रवाई के नाम पर बंद करवा दिया है। उन पर भी गैस एजेंसी की संचालिका द्वारा पैसे की खूब वसूली की जा रही है। बन्द कनैक्शनों को खुलवाने के लिए गैस गोदाम पर ही बैठ कर सत्यापन किया जा रहा है और दुकानदारों के कनैक्शनों को हजार- हजार रुपए लेकर पुन: नई किताब बनाई जा रही है और सही उपभोक्ताओं को न तो कागजात ही दिए गए हैं और न हीं उनका सत्यापन किया जा रहा है जबकि आईओसी के  नियमानुसार सत्यापन का कार्य घर-घर जा कर किया जाता है।  उपभोक्ताओं के लिखित में शिकायत करने के बावजूद भी सेल्स ऑफीसर ने उनके कनैक्शनों केा सही उपभोक्ता तक नहीं पहुंचाया है। गांव के प्रधान द्वारा निवास प्रमाण पत्र व सभी तरह के दस्तावेजों को देने के बावजूद भी सही उपभोक्ताओं के कंनैक्शन नहीं खोले जा रहे हैं। संचालिका अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहीं हैं और खुलकर गैस की कालाबाजारी कर रहीं हैं।


सेल्स ऑफीसर द्वारा की गई लापरवाई क्रमश:

फर्जी कनैक्शन पर की जानी चाहिए ठोस कार्रवाई
मनमाने ढग़ से उपभोक्ताओं को परेशान करने पर भी लगना चाहिए जुर्माना
 सही उपभोक्ताओं की गैस रोकने पर भी लगता है जुर्माना

Friday, 3 August 2012

मारहरा इंडेन गैस सेवा पर सेल्स आॅफीसर द्वारा कार्रवाई न करने पर मुंबई आईओसी को लिखा पत्र

mahera indane gas sewa complaint
लगतार लंबे समय से शिकायत करते चले आ रहे योगेन्द्र कुमार पुत्र श्री सतीश चंद्र दीक्षित उपभोक्ता संख्या 03118 मारहरा इंडेन गैस सेवा के ग्राहक हैं। जिनका कनैक्शन करीब तीन वर्ष से संचालिका की मनमानी से बंद करा दिया है। जिसकी शिकायत उपभोक्ता लगातार आईओसी से इंटरनेट द्वारा करता चला आ रहा है। लेकिन आजतक उनके कनैक्शन को खुलवाया नहीं गया है।
श्रीमान जी मारहरा इंडेन गैस एजेंसी पर खुलकर कालाबाजारी होती है। लेकिन शिकायत करने के बावजूद भी आजतक कोई कार्रवाई नहीं की गई।
महोदय मारहरा इंडेन गैस एजेंसी पर छह हजार कनैक्शनों में से लगभग दो हजार कनैक्शन फर्जी हैं। जिसकी शिकायत भी मेल द्वारा की गई और कुछ बतौर सबूत कनैक्शनों की लिस्ट भी भेजी गई जिसपर दिनांक 25 जुलाई को यूपी जान सेंकंड अलीगढ के सेल्स आॅफीसर विशाल गर्ग द्वारा गांव पिदौरा पहुंचकर जांच की गई जिसमें उपभोक्ताओं ने लिखित में बयान दिए। बयानों में मुख्यतया कहा गया ’’ मारहरा इंडेन गैस सेवा की संचालिका द्वारा नए कनेक्शनों के रुपए व जरूरी दस्तावेजो को लेने के बाद भी आज तक गैस कनैक्शन नहीं दिए गए हैं’’ जबकि श्रीमान जी मारहरा इंडेन गैस सेवा की संचालिका द्वारा वे कनेक्शन सिलेंडर की एमटी महंगी होने से पहले अर्थात 850 से 1250 रुपए होने पर संचालिका द्वारा उक्त सभी दस्तावेजों का प्रयोग किया गया और उन सभी कनैक्शनों पर सीधे डीबीसी दुकानदारों को एमटी समेत गैस की कालाबाजरी की गयी और उन कनैक्शनों को थोडे दिन चलाने के बाद बन्द कर दिया गया। यह ग्राहकों व आईओसी के साथ बहुत बडी धोखाधडी थी। लेकिन श्रीमान जी सेल्स आॅफीसर द्वारा जांच करने के उपरान्त बाकी भेजी गई लिस्ट के अनुसार कनैक्शनों को बन्द करवा दिया गया और गैस एजेंसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।
जबकि आईओसी के नियमानुसार फर्जी कनैक्शन पाए जाने पर गैस एजेंसी पर भारी जुर्माना किया जाता है। और दो वर्षो में लगातार तीन बडी अनियमितताएं पाए जाने पर एजेंसी का लाइसेंस रदद करने का प्रावधान है। लेकिन सेल्स आॅफीसर द्वारा आईओसी के नियमों की धज्जियां उडा दी गई और उपभोक्ताओं की शिकायतों को दरकिनार कर दिया।
एजेंसी की संवालिका एक अधिवक्ता भी हैं और वाक चातुर्य बहुत है। वो पैसे के बल पर किसी को भी खरीद लेती हैं। अगर श्रीमान जी आप हमारा न्याय नहीं करते तो हम सभी उपभोक्ता हाईकोर्ट की शरण में जाएंगें।
अतः श्रीमान जी से निवेदन है कि मारहरा इंडेन गैस सेवा मारहरा एटा की जांच बाहरी टीम द्वारा य सीबीआई द्वारा कराने की कृपा करें और उपभोक्ताओं के साथ न्याय करें।
आपकी महान कृपा होगी।धन्यवाद                                                                         प्रार्थी
                                                                  योगेंद्र कुमार, चमन प्रकाश
                                                                   प्रमोद कुमार, सर्वेश कुमार,
                                                   विमल कुमार, कुषमा देवी.  रामबेटी ,
                                                  गंगाराम, मनोज, व्यास नन्दन आदि।